महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सोमवार को ‘‘नैतिक आधार’’ पर पद से इस्तीफा दे दिया। इसके कुछ ही देर पहले बंबई उच्च न्यायालय ने उनके खिलाफ मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के ‘वसूली’ के आरोपों की सीबीआई जांच का आदेश दिया था।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के मुताबिक, सीएम उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख का इस्तीफा राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को भेज दिया गया है।
इधर, दिलीप वालसे पाटिल प्रदेश के नए गृहमंत्री बने हैं। दिलीप वालसे पाटिल के श्रम विभाग का प्रभार हसन मुश्रीफ को अतिरिक्त प्रभार के रूप में दिया है। राज्य के आबकारी विभाग की देखरेख डिप्टी सीएम अजीत पवार करेंगे।
इस बीच, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने अनिल देशमुख का इस्तीफा स्वीकार कर लिया। उन्होंने दिलीप वालसे पाटिल को गृह विभाग का प्रभार देने की मुख्यमंत्री की सिफारिश को स्वीकार कर ली है।
साथ ही, हसन मुश्रीफ और अजीत पवार को श्रम विभाग और राज्य उत्पाद शुल्क का अतिरिक्त प्रभार दे दिया है।
देशमुख के इस्तीफे के बाद भाजपा और आक्रामक हो गई है। भाजपा के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की नैतिकता पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।
मुंबई उच्च न्यायालय ने सोमवार को महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर पूर्व पुलिस आयुक्त द्वारा लगाए गए 100 करोड़ रुपयों की वसूली के आरोपों पर सीबीआइ से प्राथमिक जांच कराने के आदेश दिए।
यह फैसला आने के कुछ ही देर बाद गृहमंत्री अनिल देशमुख राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार से मिलने गए और उनसे कहा कि सीबीआइ जांच जारी रहने तक उन्हें पद पर बने रहना उचित नहीं लगता, इसलिए अब वह मंत्री नहीं बने रहना चाहते।
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