राष्ट्रपति भवन में स्थित मुगल गार्डन का नाम अब अमृत उद्यान कर दिया गया है। अमृत महोत्सव के तहत गार्डन का नाम बदला गया है। उद्यान के बाहर अमृत उद्यान नाम का साइन बोर्ड भी लगा दिया है।
राष्ट्रपति भवन ने बताया कि देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के रूप में मनाये जा रहे ‘आजादी का आमृत महोत्सव’ के तहत भारत की राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन के उद्यान को ‘अमृत उद्यान’ का नाम दिया जा रहा है।
विज्ञप्ति में कहा गया है, 'भारत की राष्ट्रपति, द्रौपदी मुर्मू कल (29 जनवरी, 2023) राष्ट्रपति भवन उद्यान का उद्घाटन करेंगी।' गार्डन (हर्बल गार्डन, बोन्साई गार्डन, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग गार्डन और सर्कुलर गार्डन) शुरू में लगभग दो महीने तक खुले रहेंगे। बता दें कि हर साल अमृत उद्यान आम लोगों के लिए खोला जाता है, जो इस वर्ष 31 जनवरी को खुलेगा और 26 मार्च तक दो माह तक के लिए खुला रहेगा।
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि देश के लिए बहुत प्रसन्नता का विषय है कि राष्ट्रपति भवन के बगीचे का नाम मुगल गार्डन से बदलकर अमृत उद्यान हो गया है। आप सोचेंगे की नाम में क्या रखा है मगर नाम में बहुत कुछ रखा है, खासतौर पर तब, जब देश में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा हो।
गार्डन खुलने का समय 10 बजे से शाम 4 बजे तक रहेगा। 28 मार्च को किसानों के लिए, 29 को दिव्यांगों के लिए, 30 पुलिस और सेना के लिए यह खुलेगा।
जानकारी के अनुसार, सुबह 10 बजे से 12 बजे तक 7500 लोगों के लिए टिकट मिलेगा। उसके बाद 12 से चार बजे तक 10 हजार लोगों को प्रवेश मिलेगा। इस वर्ष प्रमुख आकर्षणों में से विशेष रूप से 12 अनूठी किस्मों के ट्यूलिप होगी।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि लोग यात्रा के दौरान किसी विशेष फूल, पौधे या पेड़ के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए बगीचों में रखे क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं। इससे उन्हें उसके बारे में अधिक जानकारी मिलेंगी।
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