देश के प्रतिष्ठित साहित्यकारों ने कवयित्री और लेखिका रेणु हुसैन की पहली कहानी संग्रह ‘गुँटी’ का लोकार्पण किया और कहा कि उनकी कहानियां बहुत ही संजीदगी से पाठकों के मन को कुरेदती हैं और मानवीय संवेदनाओं के एक बेहद अनूठे पहलु को उजागर करती है। दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर एनेक्सी में हुए ...
लेखक- रवि रंजन कुमार ठाकुर मनुष्य के जब मनुष्य होने की बात की जाती है तो मनुष्यता पर चर्चा पहले होती है।मनुष्यता को निखारने और सवारने का काम संस्कार करता है।व्यक्ति चाहे जिस धर्म,जाती,समुदाय,समाज से संबंध रखता हो संस्कार ही उसे मनुष्य की कोटि प्रदान करता है तथा इसी से उसकी अपनी ...
लेखक-रवि रंजन ठाकुर कालिदास पर हिंदी जगत में कई उपन्यास लिखे गये हैं।जिनमे जानकी बल्लभ शास्त्री और भगवती शरण मिश्र का नाम अग्रगण्य है।इसी कड़ी में अगला नाम सुरेंद्र वर्मा का है।कालिदास के जीवन पर आधारित उनकी यह रचना 'काटना शमी का वृक्ष पद्म पंखुरी की धार से' अपने शिल्प एवम रचना ...
लेखक--रवि रंजन ठाकुर गीतांजलि श्री के उपन्यास 'रेत समाधि' के अनुवाद को बुकर प्राइज़ मिलने के बाद एक बहस इस बात को लेकर शुरू हो गया है कि औपन्यासिक प्रतिमान से अलग उपन्यास लेखन क्या साहित्य जगत के लिए उपयुक्त है?पुस्तक की सफलता को देखते हुए उत्तर सकारात्मक हो सकता है।लेकिन उपयुक्त ...
डॉ रवि रंजन कुमार "बलात्कार' स्त्री का कलंक नही वरन शराफत का सबूत है।" इन्दु वीरेन्द्रा के इस वाक्य से उनके लेखन के मर्म को समझा जा सकता है। पश्चिम के एक विद्वान ने अपने समकालीनों के समक्ष यह महत्वपूर्ण प्रश्न रखा कि आप वास्तव में लिखना चाहते है या लेखक बनना ...
संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने देश को सामाजिक समानता का रास्ता दिखाया। उन्होंने विज्ञान और तकनीक के जरिये देश के विकास का सपना देखा था। हम सम्मान से उन्हें बाबा साहब कहते हैं। उनकी जिंदगी से जुड़े अनेक किस्से हैं। उन्हीं में से एक किस्सा है उनके नाम में ...
तकनीक और संचार के अभूतपूर्व विस्तार तथा राजनीति में लोगों की बेहिसाब दिलचस्पी के मेल से हैरतअंगेज़ नतीजे सामने आए हैं। इसका एक चिन्ताजनक पहलू है—इतिहास के निर्माताओं, समाज के नेतृत्वकर्ताओं और उनके कार्यों के बारे में सचाई से परे मनगढ़ंत बातों का बड़े पैमाने पर प्रसार। यह स्थिति आम जनता ...
राजकमल प्रकाशन समूह की तीन आकर्षक कृतियाँ राजेश जोशी की "उल्लंघन" दुनिया को बदलने और बेहतर बनाने की उम्मीद से भरी कविताओं का संग्रह राही मासूम रज़ा की "ओस की बूँद" सांप्रदायिक दंगो के पीछे की हक़ीकत उजागर करता उपन्यास सर आर्थर कॉनन डायल की "नाचती आकृतियाँ" शरलॉक होम्स के रोमांचक कारनामों का संकलन उल्लंघन ...
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने सत्य और ज्ञान आधारित विश्व बनाने के भारत के प्रयासों में ‘बौद्धिक गुलामी’ को मुख्य अवरोध बताते हुए रविवार को कहा कि ऐसी स्थिति में दुनिया में अपना पक्ष प्रभावशाली ढंग से रखने के लिये देश को ‘बौद्धिक क्षत्रिय’ की जरूरत है। सरसंघचालक ...
भारत के पूर्व उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने अपने संस्मरण 'बाय मैनी अ हैप्पी एक्सीडेंट' में दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनपर राज्यसभा में हंगामे के बीच विधेयकों को पारित कराने को लेकर जोर देकर था। अंसारी के अनुसार, उन्होंने हंगामे के बीच किसी भी विधेयक को पारित करने ...
हम सबने सुना है कि पैसा पैसे को खींचता है, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि आखिरकार ये काम कैसे करता है| इसके पीछे कौन सा रॉकेट साइंस है? वित्त क्षेत्र की विशेषज्ञ मोनिका हालन की किताब ‘लेट्स टॉक मनी’ और इसका हिन्दी अनुवाद ‘बात पैसे की’इस गुत्थी को सुलझाने ...
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहनराव भागवत के प्रभात प्रकाशन से प्रकाशित भाषणों के संकलन 'यशस्वी भारत' का लोकार्पण जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी के करकमलों से संघ के सह-सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल की गरिमामय उपस्थिति में भारत के पूर्व नियंत्रक व महालेखापरीक्षक राजीव महर्षि के विशिष्ट आतिथ्य में संपन्न हुआ। 1960 ...
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी ने एक पुस्तक लिखी है जिसमें उन्होंने बताया है कि किस तरह से कोरोना वायस संक्रमण ने जीने के तरीके पर असर डाला है, साथ ही इससे पार पाने के तरीकों का भी जिक्र पुस्तक में किया गया है। ‘कोविड-19:सभ्यता का संकट और समाधान’ नामक पुस्तक ...
अंग्रेजी साहित्यकार जॉर्ज ऑरवेल को कौन साहित्यप्रेमी नहीं जानता है लेकिन शायह कम ही लोगों को पता होगा कि उनका जन्म बिहार के मोतिहारी में हुआ था । लेकिन आज इस महान साहित्यकार की की मोतिहारी में स्थित जन्मस्थली को उपेक्षा का सामना करना पड़ रहा है । उनकी स्मृतियों को ...
भोंपू का अपना ही महत्व है । एक जमाना था जब देश में मोटर का ड्राइवर भोंपू को एक वाद्य के रूप में लेता था और पूरी वातावरण में स्वरलहरी गूंजती थी । यह एक छोटा सा यंत्र है जो औद्योगिक युग की देन है । भोंपू हलांकि हारमोनियम-सा सौभाग्यशाली तो ...
पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायुसेना के हालिया हमले के सबूत मांगनेवाले विपक्षी नेताओं को महामिलावटी करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उन पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि कुछ विपक्षी नेता पड़ोसी मुल्क के पोस्टर ब्वाय बन गये हैं और भारत के पराक्रमी ...
ताइवान को लेकर क्या अमेरिका और चीन युद्ध की तरफ आगे बढ़ रहे हैं ?
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