भारत और रूस की नौसेनाएं बंगाल की खाड़ी में चार से पांच सितंबर के बीच बड़ा सैन्य अभ्यास करेंगी। मीडिया में आधिकारिक सूत्रों के हवाले से यह जानकारी आई है ।
यह खबर ऐसे समय में आई है जब हाल ही में भारत ने रूस में एक सैन्य अभ्यास में हिस्सा लेने से मना कर दिया था । इस सैन्य अभ्यास में चीन और पाकिस्तान भी हिस्सा ले रहे हैं ।
चीन के साथ भारत के रिश्ते पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में सैन्य संघर्ष के बाद से खराब हो गए हैं । पाकिस्तान के साथ भी लम्बे समय से तनावपूर्ण संबंध हैं ।
अब ऐसे समय में रूस ने भारत के साथ बंगाल की खाड़ी में नौसेना अभ्यास की पहल की है । भारत और रूस के रिश्ते काफी मधुर रहे है और रूस भारत का भरोसेमंद रक्षा साझेदार है।
सुरक्षा के क्षेत्र में उभरती हुई चुनौतियों से निपटने के लिए दोनों देशों की नौसेनाओं की क्षमता को और विकसित करने के वास्ते यह अभ्यास किया जाएगा।
इस नौसेना अभ्यास का नाम ‘इंद्र नौसैनिक अभ्यास’ है और इसके तहत सतह और हवा में मौजूद लक्ष्यों को मार गिराने जैसे अनेक अभ्यास किए जाएंगे।
यह अभ्यास ऐसे समय किया जा रहा है जब भारत, पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध की स्थिति में है।
इंद्र अभ्यास पहले रूस के व्लादिवोस्तक में आयोजित होना था लेकिन कोविड-19 महामारी के चलते इसे टाल दिया गया था।
इस नौसैनिक अभ्यास में रूसी युद्धपोत एडमिरल विनोग्रादोव, एडमिरल त्रिबुत्स और बोरिस बुतोमा के अलावा हेलीकॉप्टरों का बेड़ा भी भाग लेगा।
भारतीय नौसेना अपने युद्धपोत रणविजय, सह्याद्रि, किल्टान, शक्ति और हेलीकॉप्टरों के साथ अभ्यास में भाग लेगी।
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