अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए हुए बेहद कड़े मुकाबले में डेमोक्रेटिक नेता जो बाइडेन ने ऐतिहासिक जीत हासिल की । उन्होंने देश को एकजुट करने का संकल्प लिया और कहा कि अब ‘‘अमेरिका में जख्मों को भरने का समय’ आ गया है।
बाइडेन और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच राष्ट्रपति पद के लिए हुआ मुकाबला कड़वाहट भरा रहा। इस चुनाव में अमेरिकियों ने रिकॉर्ड संख्या में मतदान किया जिसमें बेहद कड़े मुकाबले में बाइडेन को जीत हासिल हुई ।
77 वर्षीय बाइडेन ने शनिवार रात जीत के बाद अपने भाषण में कहा, ‘‘मैं ऐसा राष्ट्रपति बनने का संकल्प लेता हूं, जो बांटने नहीं, बल्कि एकजुट करने की कोशिश करेगा, जो डेमोक्रेटिक राज्यों और रिपब्लिकन राज्यों में फर्क नहीं करेगा, बल्कि पूरे अमेरिका को एक नजर से देखेगा।’’
उन्होंने जीत के लिये अपने समर्थकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्हें ‘‘अमेरिका के इतिहास में सबसे व्यापक एवं सबसे विविध गठजोड़’’ के मत मिले।
दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच बाइडेन ने कहा, ‘‘आप लोगों ने मुझमें जो भरोसा दिखाया, मैं उसके लिए आपका आभारी हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस देश के लोगों ने बता दिया है कि उन्होंने स्पष्ट जीत दी है, उन्होंने लोगों के लिए स्पष्ट जीत दी है।’’
डेमोक्रेटिक नेता ने ट्रंप को वोट देने वाले मतदाताओं का भी दिल जीतने की कोशिश करते हुए कहा कि वह उनके लिए मतदान करने वाले लोगों के अलावा उन लोगों के राष्ट्रपति के तौर भी काम करेंगे, जिन्होंने उन्हें मत नहीं दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आज रात आपको हुई निराशा को समझता हूं। मुझे भी एक-दो बार हार झेलनी पड़ी है, लेकिन अब, आइए एक दूसरे को एक मौका दें।’’
बाइडेन ने कहा, ‘‘यह अमेरिका में जख्मों को भरने का समय है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने कार्यकाल में अमेरिका की आत्मा को पुन: जीवित करने, देश के मेरुदंड-मध्यम वर्ग को फिर मजबूत करने, दुनियाभर में अमेरिका का सम्मान बढ़ाने और देश के भीतर हमें एकजुट करने के लिए काम करूंगा।’’
बाइडेन ने कहा कि पूरी दुनिया अमेरिका को देख रही है।
उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि अमेरिका दुनिया के लिए प्रकाशस्तम्भ है।
बाइडेन ने कहा, ‘‘और हम केवल हमारी ताकत के कारण ही नहीं, बल्कि अपनी मिसाल के कारण भी दुनिया का नेतृत्व करते हैं। मैंने हमेशा यह माना है कि हम अमेरिका को केवल एक शब्द में परिभाषित कर सकते हैं, वह है: संभावनाएं। अमेरिका में हर व्यक्ति को अपने सपनों और ईश्वर द्वारा दी गई क्षमता के अनुसार उड़ान भरने का अवसर दिया जाना चाहिए।’’
बाइडेन ने कहा कि वह कोविड-19 से निपटने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे।
अमेरिका में इस वैश्विक महामारी के कारण 2,36,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 90 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके है।
उन्होंने घोषणा की कि निर्वाचित राष्ट्रपति के रूप में वह पहला काम वैज्ञानिक सलाहकारों एवं विशेषज्ञों को नामित करने का करेंगे, जो कोरोना वायरस से निपटने में मदद कर सकें।
राष्ट्रपति पद के चुनाव में वैश्विक महामारी बहस का मुख्य मुद्दा रही थी। बाइडेन ने महामारी से सही से नहीं निपट पाने को लेकर ट्रंप पर बार-बार निशाना साधा था।
बाइडेन ने कहा कि निर्वाचित उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ मिलकर काम करना उनके लिए सम्मान की बात होगी, जिन्होंने देश के राष्ट्रीय कार्यालय में चुनी गई पहली महिला एवं पहली प्रवासी बेटी बनकर इतिहास रचा।
उन्होंने कहा, ‘‘शानदार उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ मिलकर काम करना मेरे लिए सम्मान की बात होगी, जो इस देश के राष्ट्रीय कार्यालय में अभी तक चुनी गई पहली महिला, पहली अश्वेत महिला, दक्षिण एशियाई मूल की पहली महिला, प्रवासियों की पहली बेटी बनकर इतिहास रचेंगी।’’
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