भारत सहायता अनुदान के तहत भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमा, सेशेल्स को कोविड-19 के टीके की आपूर्ति करेगा । बुधवार को मालदीव के लिये टीके की पहली खेप एयर इंडिया के विमान से भेजी गई ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि भारत वैश्विक समुदाय की स्वास्थ्य सेवा जरूरतों को पूरा करने के लिये ‘भरोसेमंद’ सहयोग बनकर काफी सम्मानित महसूस कर रहा है और बुधवार से टीकों की आपूर्ति शुरू होगी तथा आने वाले दिनों और काफी कुछ होगा ।
गौरतलब है कि भारत दुनिया के सबसे बड़े दवा उत्पादकों में एक है और कोरोना वायरस का टीका खरीदने के लिये काफी देशों ने सम्पर्क किया है ।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश के स्वास्थ्य मंत्री जाहिद मलिक ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि बांग्लादेश को भारत की तरफ से उपहार स्वरूप भारी मात्रा में कोरोना वैक्सीन की डोज मिलने वाली है । भारत पहले चरण में 20 जनवरी को स्पेशल प्लेन से ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन (कोविशील्ड) की 20 लाख डोज बांग्लादेश भेज सकता है । भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कोविशील्ड बना रही है । बांग्लादेश में कोरोना के अब तक 5 लाख से ज्यादा केस हो चुके हैं. अब तक 7 हजार 900 लोगों की मौत हो चुकी है ।
समझा जाता है कि पाकिस्तान को इसका फायदा नहीं मिलेगा क्योंकि अभी तक इस पड़ोसी देश ने भारत से सम्पर्क नहीं किया है । हालांकि पाकिस्तान ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका टीका के उपयोग की मंजूरी दे दी है । पाकिस्तान में भी कोरोना वायरस के 8 लाख से ज्यादा केस आ चुके है।
कंबोडिया और कई अफ्रीकी देशों ने भी भारत से कोरोना वायरस का टीका आपूर्ति करने की मांग की है ।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि घरेलू जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भारत आगामी हफ्ते, महीने में चरणबद्ध तरीके से सहयोगी देशों को कोविड-19 टीकों की आपूर्ति करेगा ।
भारत इस संबंध में श्रीलंका, अफगानिस्तान और मारिशसन से टीका की आपूर्ति के लिये जरूरी नियामक मंजूरी की पुष्टि की प्रतीक्षा कर रहा है ।
गौरतलब है कि भारत ने देशभर में अग्रिम मोर्चे पर तैनात स्वास्थ कर्मियों को दो टीका कोविशिल्ड और कोवैक्सीन लगाने के लिये व्यापक टीकाकरण अभियान शुरू किया है । आक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनिका कोविशिल्ड टीका सीरम इंस्टीट्यूट उत्पादन कर रहा है जबकि कोवैक्सीन का उत्पादन भारत बायोटेक कर रहा है ।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि टीका की आपूर्ति से पहले 19-20 जनवरी को प्रशासनिक एवं परिचालन संबंधी आयामों को शामिल करते हुए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित की जा रही है जो प्राप्तकर्ता देशों के टीकाकरण प्रबंधकों, कोल्ड चेन अधिकारियों, संवाद अधिकारियों, डाटा प्रबंधकों के लिये होगा ।
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