डोनाल्ड ट्रंप आज अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर पदभार ग्रहण की और पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। उन्हें सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स ने शपथ दिलाई। ट्रंप अमेरिका के दूसरे ऐसे राष्ट्र्पति बन गए हैं, जो राष्ट्रपति बनने के बाद सत्ता से बाहर हुए और चार साल के इंतजार के बाद दूसरी बार राष्ट्रपति बने। इससे पहले 1983 में ये कारनामा ग्रोवर क्लीवलैंड कर चुके हैं।
कैपिटल रोटुंडा में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, जॉर्ज बुश, बिल क्लिंटन समेत कई दिग्गज मौजूद रहे। डोनाल्ड ट्रम्प, अपने बेटे बैरन ट्रम्प और उपराष्ट्रपति-चुनाव जेडी वेंस के साथ कैपिटल हिल पहुंचे।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने डोनाल्ड ट्रंप को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि वह यूक्रेन और परमाणु हथियारों पर नए अमेरिकी प्रशासन के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं।
शपथ ग्रहण समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस जयशंकर कर रहे हैं।
समझा जाता है कि शपथ ग्रहण करने के बाद डोनाल्ड ट्रंप शपथ लेने के बाद सीमा से संबंधी 11 कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करेंगे, जिसमें सीमा पर अमेरिकी सैनिकों की तैनाती भी शामिल है। ट्रंप के शपथ ग्रहण से ठीक पहले जो बाइडन ने रिटायर्ड जनरल मार्क मिली, डॉ. एंथनी फाउसी और कुछ अन्य को राष्ट्रपति क्षमादान दे दिया है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा कि यूके और अमेरिका बेहद करीबी हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद ये रिश्ता फले-फूलेगा।
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