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Thursday March 13, 2025
Aryavart Times

एक कानून के कारण धराशायी हुआ चीन का शेयर बाजार

एक कानून के कारण धराशायी हुआ चीन का शेयर बाजार

चीन की नेशनल पीपुल्स कांग्रेस ने हाल ही में ऑनलाइन उपयोगकर्ता डाटा गोपनीयता की रक्षा के लिए एक कानून पारित किया है और समझा जाता है कि इस कानून के पारित होने का सीधा असर चीनी शेयर बाजार पर पड़ा है तथा स्टाक बाजार औंधे मुंह गिर गया । एक समय तो चीनी स्टाक बाजार 2008 के बाद के सबसे निचले स्तर पर चला गया ।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डाटा संबंधी यह नीति एक नवंबर से लागू होगी। इसके पारित होने के बाद देश में कंपनियों के लिए और ज्यादा अनुपालन जरूरतें जुड़ जाएंगी। 

चीन सरकार का मानना है कि अब साइबर स्पेस को नियमित करने का एक बड़ा काम पूरा हो सकेगा।

चीन ने अपने तकनीकी दिग्गजों को निर्देश दिया है कि वे उपयोगकर्ता डाटा के बेहतर सुरक्षित भंडारण को सुनिश्चित करें, उनका कुप्रबंधन और दुरुपयोग रोकें। इस बारे में सार्वजनिक शिकायतें मिली थीं जिनसे पता चलता है कि उपयोगकर्ता (यूजर) की गोपनीयता का उल्लंघन हुआ है। 

कानून कहता है कि निजी जानकारी को संभालने का स्पष्ट मकसद जरूरी है और यह डाटा जरूरी न्यूनतम गुंजाइश तक सीमित होना चाहिए।

पिछले दो महीनों के अंदर चीन को एक ट्रिलियन डॉलर से अधिक का घाटा हो चुका है । चीन का स्टॉक मार्केट 2008 के बाद अब अपने सबसे खतरनाक निचले स्तर पर पहुंच चुका है ।

इसके पीछे राष्ट्रपति शी चिनफिंग की उस घोषणा को एक महत्वपूर्ण कारण माना जा रहा है कि चीन में ऐसी प्लेटफार्म कंपनियों पर शिकंजा कसा जायेगा जो डाटा एकत्र करती है और बाजार पर नियंत्रण का प्रयास करती हैं ।  

इसके कारण नास्दाक गोल्डन ड्रैगन चाइना सूचकांक में 20 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई जो न्यूयार्क में सूचीबद्ध चीनी टेक्नोलॉजी स्टाक पर नजर रखती है। इसके अलावा वीचैट फेम और अलीबाबा के शेयरों में भी क्रमश:16 प्रतिशत और 10 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। 







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